इंग्लैंड क्रिकेट टीम ने आरोप लगाया है कि दूसरी पारी में अश्विन की गेंद पर जो रूट को गलत आउट दिया गया है। भारत और इंग्लैंड के बीच टेस्ट सीरीज में विशाखापतनम और राजकोट में खेले गए मुकाबलों में थर्ड अंपायर के फैसलों पर विवाद हुआ था। दोनों मैचों में जैक क्रॉली को अंपायर्स कॉल पर एलबीडब्ल्यू करार दिया गया था। अब रांची टेस्ट में इंग्लिश बल्लेबाज जो रूट को दूसरी पारी में पगबाधा आउट होने पर बवाल देखने को मिल रहा है। पहली पारी के शतकवीर को आर .अश्विन की गेंद पर आउट दिया गया। मैदानी अंपायर कुमार धर्मसेना ने भारत की अपील ठुकरा दी थी, लेकिन थर्ड अंपायर जोएल विल्सन ने टीम इंडिया के पक्ष में फैसला दिया।
रूट 11 रन बनाकर दूसरी पारी में तीसरे विकेट के रूप में आउट हुए। अश्विन की गेंद पर रूट के खिलाफ 17वें ओवर की आखिरी गेंद पर एलबीडब्ल्यू की अपील हुई। धर्मसेना ने इसे ठुकरा दिया। कुछ देर सोचविचार के बाद भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने डीआरएस लिया। इसमें सामने आया कि गेंद बल्ले से नहीं लगी थी कि पैड से ही टकराई थी। अब सवाल था कि क्या गेंद स्टंप्स की लाइन में पिच हुई और इसके बाद क्या वह स्टंप्स से टकरा रही थी। बॉल ट्रैकिंग में सामने आया कि गेंद स्टंप्स की लाइन में लेग स्टंप के आसपास पिच हुई थी। वहां पड़ने के बाद सीधे जा रही थी और लेग स्टंप को हिट कर रही थी। थर्ड अंपायर ने फैसला भारत के पक्ष में दिया और रूट को जाना पड़ा। थर्ड अंपायर के आउट देने के फैसले ने भारतीय खिलाड़ियों को तो खुश कर दिया लेकिन मैदानी अंपायर धर्मसेना और इंग्लिश बल्लेबाज रूट को सकते में डाल दिया।
दोनों के हावभाव से साफ लग रहा था कि गेंद की पिचिंग में दिक्कत है और वह लेग स्टंप को कैसे हिट कर सकती है। गौर से देखने पर दिखा कि गेंद लेग स्टंप के बाहर की तरफ पिच हो रही थी। इसका मतलब था कि रूट नॉट आउट हो सकते थे। लेकिन थर्ड अंपायर ने एक बार देखने के बाद ही फैसला सुना दिया। इंग्लैंड टीम के ड्रेसिंग रूम में कोच ब्रेंडन मैक्कलम अपने टेबलेट पर कई बार रिप्ले को देखते हुए दिखे। उनके साथ कोचिंग स्टाफ के बाकी लोग भी थे। रूट भी पवेलियन लौटने के बाद एनालिस्ट के साथ रिप्ले को देख रहे थे। लग रहा था कि वे भी बॉल की पिचिंग को लेकर बात कर रहे थे। आपके हिसाब से जो रूट आउट थे या नॉट आउट?
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