धार से राहुल सिंह चौहान
धार ,कुक्षी , शिवराजसिंह जी आज तुम तानाशाही कर लो , कल हमारा भी समय आने वाला है, अपने अहंकार में आज तुम हमारे नेताओं और कार्यकर्ताओं पर जुल्म करवा रहे हो यह समझ लेना कल आपके कार्यकर्ताओ ओर नेताओ की बारी भी आएगी , समझ लेना कुक्षी विधानसभा का प्रत्येक कार्यकर्ता मेरी ओर मेरी कांग्रेस पार्टी की आन , बान ओर शान है इन पर कोई अपमान , अत्याचार और अभद्र व्यवहार होता है तो सोच लेना शिवराज मामा यह मेरा अपमान है ओर यह अपमान मैं कभी भी बर्दाश्त नही करूँगा , उक्त उदगार कुक्षी विधायक सुरेन्द्रसिंह हनी बघेल ने कुक्षी के विजय स्तंभ चौराहे पर चिलचिलाती धूप में धरना प्रदर्शन कर रहे कांग्रेस कार्यकर्ताओं को आक्रामक भाषाशैली में संबोधित करते हुए कहे, उन्होंने आगे कहा कि थाना प्रभारी द्वारा पूरी विधानसभा में सिर्फ आदिवासियों , कांग्रेस कार्यकर्ताओं और भोली भाली जनता को ही भाजपा नेताओ के इशारे पर परेशान कर उनसे अवैध वसूली की जा रही है किंतु पुलिस विभाग के उच्च अधिकारियों का बिल्कुल भी ध्यान नही है ऐसे अपराध नियंत्रण एवं कदाचरण करने वाले पुलिस अधिकारी को शीघ्र ही निलंबित या स्थानांतरित किया जाना चाहिए ओर इस निलबंन कार्य को लेकर आगे उग्र आंदोलन ना हो , ऐसी नोबत नही आनी चाहिए विधायक सुरेन्द्रसिंह हनी बघेल ने महामहिम राज्यपाल महोदय को ज्ञापन में माध्यम से कहा कि कुक्षी विधानसभा आदिवासी बाहुल्य क्षेत्र है और यहां के रहवासी अमन पंसद होने के साथ – साथ पुलिस प्रशासन की सहायता के लिए सदैव तत्पर रहते है क्षेत्र के आदिवासी पटेल एवं सरपंच प्रत्येक अवसर पर पुलिस प्रशासन की हर संभव मदद का प्रयास करते है, वे अपराध की रोकथाम व संवैधानिक प्रक्रिया का पालन करते हुए झगड़ो के निपटारें में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते है आदिवासी समाज के इस योगदान के कारण न्यायपालिका पर दबाव भी कम पड़ता है और विवादों के सकारात्मक निपटारों में मदद मिलती है इस प्रकार पुलिस प्रशासन और आम नागरिक क्षेत्र के अमन-ओ-चैन के लिए कंधे से कंधा मिलाकर कायर् करते है
किन्तु वतर्मान परिदृष्य में पिछले कुछ माह से स्थिति थोड़ी पृथक हो गयी है और पुलिस के अफसर संविधान के माध्यम से स्थापित विधि को धता बताकर, विधि के अनुपालन से अधिक तरजीह कदाचरण करते हुए स्वयं के अहंकार को संतुष्ट करने व स्वयं की स्वार्थ सिद्धी के लिए कर रहें है
धरना प्रदर्शन के बाद महामहिम राज्यपाल महोदय के नाम ज्ञापन एस डी ओ पी दिलीपसिंह बिलवाल को सोपा गया ज्ञापन में कई बिंदुओ का उल्लेख किया गया
1. पुलिस थाने पर आदिवासी समुदाय के पटेलों, सरपंचों एवं जनप्रतिनिधियों के साथ सम्मानपूवर्क आचरण नही किया जाता है
2. क्षेत्र की जनता लूटपाट और पत्थरबाज़ी की घटनाओं से परेशान है, कल दिनांक 27 फरवरी 2023 को छाबड़ा बस और निजी वाहनों के साथ हुई वारदात इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है
3. पिछले चंद माह में चोरी की वारदातों में तेजी से वृद्धि हुई है और चोर अब मंदिरों को भी निषाना बना रहें है गौरतलब है कि, मंदिर में चोरी की ऐसी ही वारदात की रिपोर्ट कराने कापसी के ग्रामीण, जब थाने पहुँचे तो प्राथमिकी दर्ज नही की गयी और ग्रामिणों को यह नसीहत दी गयी की वे मंदिर में सी.सी.टी.वी. कैमरे क्यों नही लगवा लेते, थाने पर केवल आवेदन लेकर ग्रामिणों को लौटा दिया गया
4. कुक्षी विधानसभा के आदिवासी कृषकों के साथ – साथ अन्य समुदायों के लघु, सीमांत, मध्यम और बड़े कृषक सिंचाई पंप और तारों की चोरी से बहुत अधिक परेशान है, यहां यह उल्लेखनीय है कि, इन मामलों में सूचना प्राप्त होने पर ना के बराबर प्राथमिकी दर्ज होती है और बामुष्किल ही चोरी का सामान बरामद होता है
5. कुक्षी विधानसभा में चोरों के हौसले इतने बुलंद है कि, वे दिनदहाड़ें दुकानों से सामान लूट कर ले जाने में ज़रा भी नही झिझकते है, वतर्मान में ग्राम डेहरी में घटित घटना इसका प्रत्यक्ष प्रमाण है
6. पुलिस प्रशासन द्वारा पक्षपात पूर्ण आचरण करते हुए आदिवासी समुदाय के लोगों पर झूठे मुकदमें दजर् किये जा रहें है
7. कुक्षी विधानसभा में आनलाइन सट्टा और जुआ करोबार तेजी से फलफूल रहा है
8. गुमशूदा लोगों से संबंधित मामलो में विषेषतः युवतियों/महिलाओं के गुमशुदगी के प्रकरणों में प्राथमिकी दर्ज नही की जाती या तो बहुत अधिक विलंब किया जाता है और प्रचलित तौर पर केवल आवेदन को लेकर फरियादी को लौटा दिया जाता है । अगर यह पता लग जाता है कि, गुमशुदा युवती या महिला किस स्थान पर है तो, गुमशुदा सदस्य के परिजनों को पुलिस टीम के आने-जाने-रूकने-ठहरने की व्यवस्था करनी होती है । कुल मिलाकर पीड़ित परिजन को पूर्ण ख़र्चा वहन करना होता है
9. यह दुःखद है कि, धारा 151 का उपयोग राजनीतिक द्वेष से प्रेरित होकर किया जा रहा है और कांग्रेसी कायर्कतार्ओं को निषाना बनाया जा रहा है
10. उल्लेखनीय है कि, वतर्मान थाना प्रभारी आदिवासीयों के साथ भेदभाव करने है और जाति आधार पर स्वयं को उच्च और आदिवासीयों को निकृष्ट समझते है, जिस प्रकार के शब्दों से वे आदिवासी फरयादीयों को संबोधित करते है वे जातिसूचक है और इस ज्ञापन पत्र में लिखने योग्य नही है
11. हमारा यह मानना है कि, पुलिस अधिकारी ऐसा हो जो सभी वर्ग के नागरिकों को समदृष्टि से देखता हो और भारत के संविधान द्वारा विलोपित, जाति व्यवस्था में विश्वास ना करता हो अतः हमारी यह मांग है कि, वतर्मान कुक्षी थाना प्रभारी को निलंबित किया जाये या अन्यत्र स्थानांतरित किया जाये
साथ ही यह मांग भी है कि, उनके स्थान पर ऐसे व्यक्ति को पदस्थ किया जाये जो निपष्क्ष रूप से जनता को सुरक्षा प्रदान करें, जो राजनीतिक दुभार्वाना से प्रेरित न हो और स्वयं को जाति व पद के आधार पर सामान्य नागरिकों से श्रेष्ठ ना समझता हो
विधायक सुरेंद्रसिंह हनी बघेल ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शासन हमारी मांग पर त्वरित कायर्वाही नही करता है तो, यह धरना अनशन का रूप ले लेगा ओर आगे भी चरणबद्ध आंदोलन किये जावेंगे जिसकी जिम्मेदारी शासन , प्रशासन की रहेगी
3 घण्टे तक चले धरना प्रदर्शन में पूर्व जिलाध्यक्ष बालमकून्द सिंह गौतम, पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अल्पसंख्यक मोर्चा मुजीब कुरैशी,पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष अलीराजपुर महेश पटेल, नगर परिषद उपाध्यक्ष शब्बर हुसैन जिनवाला, विधायक प्रतिनिधि शंकर भायल,पूर्व यूथ कांग्रेस अध्यक्ष अर्जुन सिंह बघेल, राधेश्याम जिराती, बालू चोंगड़ डही,चंदू मुकाती,सवाई सिंह बघेल,रातू भाई, जमिल मंसूरी, पार्षद फिरोज मंसूरी,भेरूसिंह सोलंकी डही, आदि ने धरना स्थल पर उपस्थित कार्यकर्ताओ को सम्बोधित कर पुलिस प्रसाशन के खिलाफ अपना आक्रोश जताया। कार्यक्रम का संचालन संदीप मारू ने किया , पार्षद कनकमल सोनी ने आभार व्यक्त किया


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